- 2025 में होली पर चंद्रग्रहण और होलाष्टक का संयोग देखने को मिलेगा। 7 मार्च से शुरू होकर 13 मार्च तक होलाष्टक रहेगा।
- 13 मार्च को पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण लगेगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा।
- होलिका दहन का शुभ मुहूर्त 13 मार्च की रात 11:26 बजे से 14 मार्च की रात 12:30 बजे तक रहेगा।

होलाष्टक 7 मार्च से शुरू होकर 13 मार्च को होलिका दहन के साथ समाप्त होगा। होली से पहले के इस समय को हिंदू धर्म में अशुभ माना जाता है। वहीं, 13 मार्च को पूर्णिमा के दिन चंद्रग्रहण भी लगेगा। यह ग्रहण सुबह 9:29 बजे से शुरू होकर दोपहर 3:29 बजे तक रहेगा।
भारत में नहीं दिखेगा चंद्रग्रहण
यह पूर्ण चंद्रग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा क्योंकि यह दिन के समय घटित होगा। ग्रहण का प्रभाव मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका, अमेरिका, और पूर्वी एशिया के कई हिस्सों में रहेगा। भारत में चंद्रग्रहण न दिखाई देने के कारण सूतक काल भी मान्य नहीं होगा।
होलिका दहन का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन पूर्णिमा के दिन होलिका दहन की परंपरा निभाई जाती है। इस बार होलिका दहन 13 मार्च को होगा। शुभ मुहूर्त रात 11:26 बजे से शुरू होकर 14 मार्च को रात 12:30 बजे तक रहेगा। होलिका दहन का यह समय बेहद पवित्र और अनुष्ठानों के लिए अनुकूल माना जाता है।
होलाष्टक के दौरान क्या न करें
होलाष्टक के समय शुभ और मांगलिक कार्य जैसे विवाह, गृह प्रवेश, नामकरण, और मुंडन करने की मनाही होती है। इस अवधि में नया मकान, संपत्ति, वाहन या आभूषण खरीदने से भी बचना चाहिए। साथ ही, हवन, यज्ञ, और नौकरी बदलने जैसे कार्य भी वर्जित हैं।