- उड़न दस्ते ने झाब, गुड़ा हेमा, खिरोड़ी, रणोदर समेत कई सीमांत केंद्रों पर परीक्षा व्यवस्था देखी।
- परीक्षाओं की पारदर्शिता के लिए वीक्षक नियुक्ति, उत्तर पुस्तिकाओं की सुरक्षा, और रिकॉर्ड संधारण पर निर्देश दिए गए।
- बोर्ड के निर्देशानुसार मिश्रित अनुपातिक बैठक व्यवस्था लागू करने पर विशेष जोर दिया गया।

तृत्व बोर्ड के विशेष उड़न दस्ता संयोजक जबर सिंह देवड़ा ने किया। उनके साथ सदस्य कपूर सिंह राजपुरोहित और अंबिका प्रसाद तिवारी भी मौजूद रहे। टीम ने झाब, गुड़ा हेमा, देवड़ा, आकोली, खिरोड़ी, रणोदर, केरिया, हाड़ेचा, डबाल, पलादर, प्रतापपुरा एवं सांचौर शहर के परीक्षा केंद्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
निर्देशों की अक्षरशः पालना और पारदर्शिता पर जोर
निरीक्षण के दौरान उड़न दस्ते ने केंद्राधीक्षकों को स्पष्ट निर्देश दिए कि परीक्षा संचालन में बोर्ड के दिशा-निर्देशों की पूरी तरह पालना की जाए। परीक्षा कक्षों में मिश्रित अनुपातिक बैठक व्यवस्था को प्राथमिकता देने, विषयानुसार वीक्षकों की नियुक्ति में स्नातक एवं स्नातकोत्तर योग्यताओं का ध्यान रखने और रजिस्टर सहित सभी अभिलेखों के समुचित संधारण को अनिवार्य बताया गया।
हर की प्रक्रिया पर विशेष निगरानी
टीम ने यह भी निर्देशित किया कि प्रश्न पत्र खोलने से लेकर उत्तर पुस्तिकाओं के बंडलों को पैक कर संग्रहण केंद्र तक पहुंचाने की पूरी प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी हो। सभी गतिविधियों का रिकॉर्ड विधिवत संधारित किया जाए ताकि परीक्षा की निष्पक्षता बनी रहे।
नोडल और संग्रहण केंद्र का भी किया निरीक्षण
निरीक्षण अभियान के अंतर्गत उड़न दस्ता टीम ने नोडल केंद्र केरिया और संग्रहण केंद्र सांचौर का भी अवलोकन किया। वहां परीक्षा संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई और सुधार हेतु सुझाव दिए गए। बोर्ड का यह दौरा परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने और नकलरहित वातावरण सुनिश्चित करने के प्रयासों का हिस्सा रहा।