इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वालों को ‘वॉइस फॉर पीस’, ‘यूथ आइकॉन फॉर पीस’, और ‘अम्बेसडर ऑफ पीस’ जैसे खिताबों से सम्मानित किया गया।
लंदन। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित “अंतरात्मा दिवस” के अवसर पर हाउस ऑफ लॉर्ड्स, लंदन में एक विशेष अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम “Call for Conscience” का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का नेतृत्व यूनाइटेड ग्लोबल पीस फाउंडेशन के चेयरमैन मेघराज सिंह शेखावत ‘रॉयल’ ने किया।

कार्यक्रम में विभिन्न देशों के नीति निर्माता, शिक्षाविद, सामाजिक कार्यकर्ता, युवा प्रतिनिधि और वैदिक नेतृत्व से जुड़े लोग शामिल हुए। शेखावत ने अपने ओजस्वी संबोधन में समाज में नैतिकता और संवेदनशीलता की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि आधुनिक आरक्षण प्रणाली का लाभ अक्सर ज़रूरतमंदों तक नहीं पहुंच पाता, इसलिए समाज को ऐसे योग्य लेकिन संसाधनहीन युवाओं की सहायता करनी चाहिए।

उन्होंने “90% प्लस स्कीम” की घोषणा की, जिसके तहत बारहवीं कक्षा में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले आर्थिक रूप से कमजोर छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग, हॉस्टल और शिक्षा सुविधाएं दी जाएंगी।
कार्यक्रम में “London Declaration” का पाठ हुआ, जिसमें सेवा, पर्यावरण संरक्षण, युवाओं के सशक्तिकरण और निष्कलंक सेवा को जीवन का उद्देश्य बनाने जैसे पांच संकल्प लिए गए।

मुख्य आकर्षण रहा इंटरएक्टिव पैनल डिस्कशन, जिसमें “Service Before Self” विषय पर विचार-विमर्श हुआ। रितु डांगन, मार्सेलस हॉज, प्रेरणा भारद्वाज, अंजना पटेल और क्रिस्टोफर ग्रीनवुड़ सहित कई गणमान्य वक्ताओं ने भाग लिया।

फाउंडेशन के निदेशक शक्ति सिंह बांदीकुई ने बताया कि “Call for Conscience” सम्मेलन सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, बल्कि एक वैश्विक चेतना आंदोलन की शुरुआत है। यह मंच उस नई दुनिया का संकेत है जहाँ नीतियों का निर्धारण सत्ता और लाभ नहीं, बल्कि संवेदना, सेवा और विवेक के आधार पर होगा.
फाउंडेशन के निदेशक डॉ. विक्रांत सिंह तोमर ने कहा कि यह आयोजन एक वैदिक चेतना आंदोलन की शुरुआत है, जो नीति-निर्धारण में संवेदना, सेवा और विवेक को प्राथमिकता देने का संकेत है।