- प्रतापगढ़ के कंठार गांव में गेहूं के खेत में बिजली पोल गिरने से शॉर्ट सर्किट हुआ, जिसने आग का रूप ले लिया।
- फायर ब्रिगेड को बार-बार कॉल के बावजूद कोई मदद नहीं मिली, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी फैल गई।
- ग्रामीणों ने पानी की बाल्टियों, पाइप और ट्रैक्टर की टंकियों का उपयोग कर 4 घंटे की मेहनत से आग बुझाई।

प्रतापगढ़ जिले के कंठार गांव में शुक्रवार को बिजली के पोल गिरने से शॉर्ट सर्किट के चलते गेहूं के खेतों में आग लग गई। कटाई के बाद खेत में पड़ी पराली ने आग को विकराल रूप दे दिया। ग्रामीणों ने फायर ब्रिगेड को बार-बार कॉल किया, लेकिन कोई मदद नहीं पहुंची।
ग्रामीणों ने खुद बुझाई आग
फायर ब्रिगेड की मदद न मिलने पर ग्रामीणों ने स्वयं मोर्चा संभाला। पानी की बाल्टियां, पाइप और ट्रैक्टर की टंकियों का उपयोग कर ग्रामीणों ने करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। आगजनी की इस घटना ने प्रशासन की तैयारियों और फायर ब्रिगेड की कार्यक्षमता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
फायर ब्रिगेड की लापरवाही से ग्रामीणों में आक्रोश
यह पहली बार नहीं है जब प्रतापगढ़ में इस तरह की घटना के दौरान फायर ब्रिगेड अनुपस्थित रही। इससे पहले राजपुरिया गांव में भी एक चारा भंडार में आग लगने पर फायर ब्रिगेड नहीं पहुंची थी। ग्रामीणों ने इस उदासीनता पर नाराजगी जाहिर की और प्रशासन से सुधार की मांग की।
शॉर्ट सर्किट बना आग का कारण
जानकारी के अनुसार, खेतों में आग बिजली के पोल गिरने और शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। ग्रामीणों ने बताया कि कटाई के बाद पराली खेतों में बची हुई थी, जो आग के फैलने का मुख्य कारण बनी। घटना के बाद भी प्रशासन ने मौके पर पहुंचने में देरी की, जिससे ग्रामीणों को खुद प्रयास करना पड़ा।
आगजनी के दौरान हुआ नुकसान
हालांकि, ग्रामीणों के प्रयासों से बड़ा नुकसान होने से बच गया, लेकिन घटना ने फायर ब्रिगेड और प्रशासन की तैयारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि ऐसी घटनाओं से बचने के लिए फायर ब्रिगेड की सेवाओं को तेज और सुलभ बनाया जाए।