सिरोही: करोडो रूपये की भूमि को हडपने के लिए राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी कर गलत कर दी तरमीम

स्थानीय भीमाना पटवार हल्का में करोडो रूपये की जमीन हडपने के लिए के लिए न केवल राजस्व विभाग के अधिकारी व कार्मिक ने मिलकर राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी की, बल्कि गलत तरमीम कर दी।

करोडो रूपये की भूमि को हडपने के लिए राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी कर गलत कर दी तरमीम

पिण्डवाडा।

स्थानीय भीमाना पटवार हल्का में करोडो रूपये की जमीन हडपने के लिए के लिए न केवल राजस्व विभाग के अधिकारी व कार्मिक ने मिलकर राजस्व रिकॉर्ड में हेराफेरी की, बल्कि गलत तरमीम कर दी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार सुरेश कुमार पुत्र जगनाजी पटेल निवासी भीमाना ने मुख्यमंत्री, राजस्व मंत्री, संभागीय आयुक्त जोधुपर, महानिदेशक व उपमहानिरीक्षक भ्रष्ट्राचार निरोधक ब्यूरो व सिरोही जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर बताया कि मौजा भीमाना में मोहनलाल पुत्र सोमाजी सरगडा निवासी शिवगढ ने खसरा नम्बर 1310/114 रकबा 0.16 बीघा व परमाराम पुत्र लालाजी सरगडा निवासी शिवगढ ने खसरा नम्बर 1311/114 रकबा 0.19 बीघा फोरलेन सडक मार्ग पर स्थित है, जो उपखण्ड अधिकारी द्वारा 31 मार्च 2011 को दोनो रकबो का संपरिवर्तन आवासीय भूमि में किया गया था। उक्त दोनो खसरा में से रोड सीमा में क्रमशः 0.05 व 0.07 बिस्वा कुल 12 बिस्वा भूमि रोड सीमा में छोडी गई थी, जो खातेदारो के नाम से ही दर्ज थी लेकिन तत्कालीन तहसीलदार कल्पेश जैन, तत्कालीन पटवारी अंकाराम बंजारा व भूमाफियों ने मिलकर करोडो रूपये की जमीन हडपने की नियत से सडक सीमा में छोड गई भूमि जो पहले दल्लेखां पट्रोल पम्प के उत्तर दिशा में थी, उसको पटवारी ने उठाकर पट्रोल पम्प के दक्षिण दिशा मेंकरीब 2 सौ फीट की दुरी राजस्व रेर्कड में हेराफेरी व कांट छाट कर नियमों के विरूध तरमीम कर दिया। साथ ही सडक सीमा में प्रभावित भूमि का बेचान भी विक्रय-विलेख के जरीये अरविन्द कुमार पुत्र नारायणलाल मेहतर के पक्ष में इन्द्राज किया। जबकि उपखण्ड अधिकारी हरी सिंह देवल ने 10 जनवरी 2021 को तत्कालीन पटवारी बंजरा को हटा दिया था, उसके बाद भी पटवारी ने अवैध तरीके से तरमीम करके भूमि के कन्वर्जन की रिपोर्ट गत दिनांक में तहसीलदार जैन के समक्ष पेश कर दी। रूपान्तरण पत्रावली के नक्शे तत्कालीन तहसीलदार जैन द्वारा काउण्टर हस्ताक्षर किये गये है, जबकि रूपान्तरण नक्शा समक्ष अधिकारी द्वारा मौका व रेकर्ड जांच अनुमोदित व प्रमाणित किया जाता है। इससे स्पष्ट होता है कि तहसीलदार को गलत तरमीम का पता था। वही वर्तमान में तत्कालीन तहसीलदार, पटवारी व भूमाफियों ने मिलकर मौके पर 21 दुकानों का नक्शा बनाकर, प्रति भूखण्ड 25 लाख रूपये में बेचे जा रहे है।

बिना एप्रोच सडक के कर दिया सपंवरिर्तन*                           
मौजा भीमान ने तत्कालीन तहसीलदार, पटवारी व भूमाफियों ने मिलकर खसरा नम्बर 1312/114 व 1313/114 जो सडक सीमा में प्रभावित भूमि कुल 0.12 बिस्वा भूमि जो पूर्व में राजस्व नक्शा लट्ठा में दर्ज थी एवं पूर्व के संपरिवर्तन आदेशो में उक्त भूमि सडक सीमा में दर्शायी हुइ थी। तल्कालीन पटवारी हल्का द्वारा नक्शा लट्ठा में टेम्परिंग कर उक्त दोनों खसरा नम्बर को राजस्व नक्शे में नये सिरे से पुनः तरमीन कर दी। वही नियमों के विरूध भूमि का तत्कालीन तहसीलदार द्वारा बिना एप्रोच सडक के ही संपरिवर्तन कर दिया। जबकि राजस्व रेकर्ड में भूमि तक पहुंचने के लिए कोई रास्ता नहीं है।                   

एसीबी कर चुकी है दाेनाें पर कार्रवाही                                      तत्कालीन तहसीलदार जैन व पटवारी बंजारा पर पूर्व में रिश्वत के मामले में भ्रष्ट्राचार निराेधक ब्यूराे द्रारा कार्रवाही कर चुका है!  वही तत्कालीन तहसीलदार जैन द्रारा करीब बीस लाख रूपये जलाने पर देशभर चर्चा में रहे थे। जिससे पुरा राजस्व विभाग की जग हंसाई हुई थी।

टीम गठित, लेकिन जांच कब तक
तत्कालीन तहसीलदार व पटवारी पर रेकर्ड में हेराफेरी, गलत तरमीम करने, नियमाे के विरूध संपरिर्वतन करने व भूमाफियाें के साथ मिलकर करीब दाे कराेड भूमि से अधिक भूमि हडपने व भ्रष्ट्राचार करने के आराेप लगे है, जिसकी जांच टीम द्रारा की जा रही है, लेकिन आराेपी तहसीलदार निलंबित के बाद भी यही घुमते नजर आ रहे है, ताे पटवारी भी पिण्डवाडा ब्लाँक में ही कार्यरत है! जिससे जांच करने की प्रभावित हाे सकती है! जिला कलक्टर व उपखण्ड अधिकारी काे जांच प्रभावित न हाे इसके लिए उचित कदम उठाने की जरूरत है।

इनका कहना है कि 
तत्कालीन तहसीलदार व पटवारी के विरूध गलत तरमीम करने एवं संपरिवर्तन करने की शिकायत मिली है। टीम गठित की गई है, जिसकी जांच विचाराधीन है। जांच के बाद भी कुछ कह सकते है।
- हरी सिंह देवल उपखण्ड अधिकरी, पिण्डवाडा।