युवाओं ने जवाई बांध में कई सफाई: जवाई बाँध डूब क्षेत्र से किया कचरे का निस्तारण, पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का सन्देश

रविवार को जवाई बाँध में सफाई और पौधारोपण का कार्यक्रम "जवाई वाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट" द्वारा आयोजित किया गया। जिसमे जवाई बाँध डूबछेत्र में फैला हुआ कचरा, शराब की बोतले, मछली पकड़ने के जाल, प्लास्टिक इत्यादि डूबछेत्र से साफ किया गया।

जवाई बाँध डूब क्षेत्र से किया कचरे का निस्तारण, पौधारोपण कर दिया पर्यावरण संरक्षण का सन्देश

पाली।

रविवार को जवाई बाँध में सफाई और पौधारोपण का कार्यक्रम "जवाई वाइल्डलाइफ कंज़र्वेशन एंड रिसर्च इंस्टिट्यूट" द्वारा आयोजित किया गया। जिसमे जवाई बाँध डूबछेत्र में फैला हुआ कचरा, शराब की बोतले, मछली पकड़ने के जाल, प्लास्टिक इत्यादि डूबछेत्र से साफ किया गया। इंस्टिट्यूट द्वारा चलाये जा रहे पौधारोपण कार्यक्रम के अंतर्गत वन-विभाग परिसर में भी पौधारोपण किया गया।

इस कार्यक्रम में इंस्टिट्यूट सदस्य कृष्णपाल पारंगी, दिलीप मारु, राजूसिंह चौहान, मनीष गहलोत, मोईन खान, नारायण सिंह सांखला, छगन गर्ग, दानाराम देवासी, इंसाफ खान, पंकज मालवीय, नासिर टाँक, मक़सूद छीपा, चंद्रपाल मीणा, मोहित मालवीय, रुपेश कलोतरा, नितेश मालवीय, मनीष माधव, अब्बास खान और वन्यजीव प्रेमी विक्रम चंदौरा, कपिल वैष्णव, प्रीतम अग्रवाल, कुंदन अहीर, लक्ष्मण कुमार, शक्तिसिंह चौहान समेत वन-विभाग के वनपाल विक्रमसिंह राव, वनपाल पुष्पेंद्रसिंह राजपुरोहित, वनकर्मी शंकरलाल मीणा, विक्रम किर, हरीश बंजारा एवं वाइल्ड एंड स्ट्रीट एनिमल रेस्क्यू सोसाइट के दिलीप सेन, छगनलाल सेन व जवाई टूरिज्म पोर्टल, माहि लेपर्ड सफारी के गोपाल सिंह चौहान व बघेरा केम्प होटल की पद्मझा राठौड़ और उनकी टीम द्वारा हिस्सा लिया गया।

वन्यजीव प्रेमिओ ने बांध में घूमने आने वाले स्थानीय लोगो तथा बाहरी पर्यटको को संदेश देते हुए कहा है कि जवाई बांध पश्चिमी राजस्थान का सबसे बड़ा बांध है, ऐसे में हमारा फ़र्ज़ बनता है की बांध तथा इसके आस-पास क़े इलाकों को साफ रखे और बांध में किसी भी प्रकार का कचरा ना डाले ताकि जवाई बांध की सुंदरता बनी रहे और हर व्यक्ति को अपने जीवन में पौधारोपण करने का संदेश देते हुए वन एवं पर्यावरण संरक्षण का सन्देश दिया।