खतरे से कम नहीं है जालोर जिला मुख्यालय का बाइपास मार्ग, प्रशासन को तलाशना होगा वैकल्पिक रास्ता
खतरे से कम नहीं है जालोर जिला मुख्यालय का बाइपास मार्ग, प्रशासन को तलाशना होगा वैकल्पिक रास्ता
first rajasthan @ जालोर
जालोर जिला मुख्यालय पर वर्षों पूर्व निर्धारित किया गया बाइपास मार्ग अब खतरे से कम नहीं है। आबादी विस्तार और इस मार्ग पर विभिन्न प्रकार के सरकारी शिक्षण संस्थान संचालित होने के कारण भारी वाहनों के आवागमन से विद्यार्थियों को खतरा रहता है।वर्तमान समय में इस बायपास के अलावा भारी वाहनों के आवागमन के लिए वैकल्पिक मार्ग की सख्त आवश्यकता महसूस की जा रही है। अभी तक इस संबंध में जिला प्रशासन की ओर से कोई कदम नहीं उठाया गया है, लेकिन सितम्बर महीने में स्कूलें शुरू होने की संभावना है, ऐसे में इस विषय पर विचार करने की आवश्यकता है।
मुख्य चौराहे के पास संचालित है अंग्रेजी माध्यम गांधी स्कूल
जालोर जिला मुख्यालय स्थित आहोर चौराहा से लेकर लेटा फाटक तक विभिन्न प्रकार के शिक्षण संस्थान है। जिसमें महात्मा गांधी राजकीय उच्च माध्यमिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल, केन्द्रीय विद्यालय, पीजी कॉलेज, महिला कॉलेज, छात्रावास समेत शामिल है। यहां से रोजाना भारी वाहनों का आवागमन रहता है। पूर्व में जालोर के लिए बाइपास मार्ग की व्यवस्था इसी रास्ते से की गई थी, लेकिन अब आबादी का विस्तार होने व शिक्षण संस्थान यहां संचालित होने से भारी वाहनों के आवागमन से दुर्घटना की आशंका रहती है। विशेषकर आहोर चौराहे पर महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल के शुरू होने के कारण यहां चौराहा के पास खतरा बना रहता है। चूंकि, इतने दिन कोरोना महामारी के कारण स्कूल संचालन नहीं हो पा रहा था, लेकिन अब सरकार ने सितम्बर महीने से स्कूल संचालन की अनुमति दी है, ऐसे में स्कूल संचालन के दौरान भारी वाहनों के आवागमन से विद्यार्थियों को खतरा रहेगा। जिला प्रशासन को इसके वैकल्पिक व्यवस्था के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है।

ऐसा है इस बाइपास का मार्ग
दरअसल, वर्षों पूर्व बाइपास मार्ग शुरू किया गया था जो मीरादातार के समीप से बाइपास शुरू किया गया था, जो आहोर के लिए कॉलेज चौराहे से मुख्य मार्ग से जुड़ जाता है, वहीं बिशनगढ व रीको एरिया के लिए भारी वाहनों का आवागमन कॉलेज चौराहे के बाद आहोर चौराहा होते हुए रेलवे स्टेशन के पास से मोड़ लेते हुए फतेह कॉलोनी के आगे से सामतीपुरा रोड होते हुए पंचायत समिति के समीप से बिशनगढ़ रोड से मिलता है। इस मार्ग से ग्रेनाइट पत्थरों से भरे वाहन व अन्य भारी वाहनों का इस मार्ग से रोजाना आवागमन रहता है, अब आहोर चौराहा पर स्कूल शुरू होने से इन बड़े वाहनों से खतरा बना हुआ है। ऐसे में यहां वैकल्पिक मार्ग की अब जरूरत है।