उल्कापिंड को अनुसंधान के लिए भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण को सुपुर्द किया

उल्कापिंड को अनुसंधान के लिए भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण को सुपुर्द किया

फर्स्ट राजस्थान @ जालोर

पिछले दिनों सांचौर में गायत्री महाविद्यालय के निकट गिरे उल्कापिंड को बुधवार को अनुसंधान के लिए भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग जयपुर को सुपुर्द किया गया।

अतिरिक्त जिला कलक्टर सी.एल.गोयल ने वरिष्ठ भू-वैज्ञानिक बिस्व रंजन मोहन्ति एवं समीर अवल को सांचौर में गिरे इस उल्कापिंड को अनुसन्धान के लिए दिया। भारतीय भू-वैज्ञानिक सर्वेक्षण विभाग उल्कापिंड के संरक्षण के लिए भारत सरकार से नामित संस्था है। उल्कापिंड को भू-वैज्ञानिकों द्वारा प्रयोगशाला में विभिन्न जांचों द्वारा उल्कापिंड के तत्वों के बारे में जांच की जाएगी। इसके पश्चात् कोलकात्ता स्थित नेशनल मिटीयोराइट रिपोजिटरी में सुरक्षित रख दिया जायेगा।

उल्लेखनीय है कि 19 जून को जालोर जिले के सांचौर में शुक्रवार सुबह करीब पौने तीन किलो का विशेष धातु गिरा था। जिसे पुलिस व अधिकारियों ने कब्जे में लेकर जालोर भिजवाया था। इस वस्तु का वजन 2 KG 788 GM हैं ।