
नई दिल्ली, 29 अप्रैल 2025। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले (Terrorist attacks) के बाद केंद्र सरकार ने सुरक्षा और रणनीतिक मोर्चे पर तेज़ी से कदम उठाए हैं।
मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, चीफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान,
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक हुई।
यह बैठक करीब डेढ़ घंटे तक चली और इसमें सुरक्षा हालात की व्यापक समीक्षा की गई।
पहलगाम आतंकी हमले (Terrorist attacks) के बाद सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती और जवाबी कार्रवाई को लेकर मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक अहम बैठक हुई।
इस बैठक में NSG, BSF, CRPF और SSB के शीर्ष अधिकारी मौजूद रहे।
मीटिंग में आतंकियों की मूवमेंट, स्थानीय मददगारों और सीमा पार से हो रही घुसपैठ को लेकर इनपुट साझा किए गए।
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कैबिनेट की अहम बैठक, हमले के बाद पहली उच्चस्तरीय चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार सुबह 11 बजे कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
यह बैठक पहलगाम आतंकी हमले (Terrorist attacks) के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग होगी,
जिसमें सुरक्षा व्यवस्था और पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक कदमों पर चर्चा की जा सकती है।
भारत ने पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट भारत में ब्लॉक कर दिया है। यह कदम उनके वायरल वीडियो के बाद उठाया गया,
जिसमें उन्होंने आतंकी संगठनों को पाक सरकार द्वारा फंडिंग किए जाने की बात स्वीकार की थी।
भारत ने इससे पहले 17 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल्स को भी बैन किया था।
हमले का मास्टरमाइंड लश्कर का आतंकी हाशिम मूसा, पूर्व SSG कमांडर
इंटेलिजेंस एजेंसियों ने दावा किया है कि पहलगाम आतंकी हमले (Terrorist attacks) का मास्टरमाइंड हाशिम मूसा है,
जो पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडर और फिलहाल लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ है।
उसे गांदरबल के गगनगीर में अक्टूबर 2024 में भी एक बड़ा हमला अंजाम देने के लिए भेजा गया था।
सूत्रों के अनुसार, उसका उद्देश्य गैर-कश्मीरियों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाना है।
वह पहलगाम के बायसरन घाटी में 22 अप्रैल को हुए हमले में भी शामिल था, जिसमें 26 पर्यटकों की जान चली गई।
NIA कर रही हमले की जांच, सीन रीक्रिएशन और स्थानीय मददगारों की तलाश जारी
हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) द्वारा की जा रही है।
एजेंसी सीन रीक्रिएशन के ज़रिए हमले की रणनीति को समझने और स्थानीय मददगारों की पहचान करने में जुटी है।
अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही कई संदिग्धों को हिरासत में लिया जा सकता है।