जालोर : तकनीकी खामियों से भरपूर रतनपुरा रोड का अंडरब्रिज बना जी का जंजाल, मोटर से निकालना पड़ा पानी

जालोर : तकनीकी खामियों से भरपूर रतनपुरा रोड का अंडरब्रिज बना जी का जंजाल, मोटर से निकालना पड़ा पानी

  • बारिश के मौसम रेलवे अंडर ब्रिज (आरयूबी) बना दुविधा, पानी निकासी में रखी तकनीकी खामियों का खामियाजा भुगतने को मजबूर आमजन, आरयूबी में पानी भराव से पटरी पार करना हुआ मुश्किल

First rajasthan @ जालोर।

जालोर जिला मुख्यालय पर रतनपुरा रोड पर सुविधा के लिए बनाया गया रेलवे अंडरब्रिज (आरयूबी) बारिश के मौसम में दुविधा बन रहा है। आरयूबी के निर्माण में रखी गई तकनीकी खामियों का खामियाजा अब जनता भुगतने को मजबूर है। शनिवार को हुई बारिश के दौरान कुछ ऐसे ही हाल सामने आए हैं। शाम को हुई बारिश के कारण आरयूबी में पानी का भराव हो गया। निकासी के अभाव में पानी जमा ही रहा। जिस कारण पटरी पार आने जाने में परेशानी हुई। विशेषकर बच्चों और महिलाओं को बड़ी दिक्कतें झेलनी पड़ी। इस समस्या को लेकर आसपास के इलाके के लोगों में भी आक्रोश का माहौल है।

रिसाव से भी आ रहा है पानी
आरयूबी में न केवल पानी जमाव हो रहा बल्कि ऊपर पटरी के पास भूतल रिसाव से भी पानी का बहाव आरयूबी के अंदर हो रहा है। साथ ही आरयूबी में निकासी की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण पानी का भराव बना रहता है। जिस कारण लोगों को आवागमन में परेशानी होती है।

मोटर से निकालना पड़ा आरयूबी का पानी
आरयूबी में पानी का भराव होने के बाद लोगों के आवागमन की समस्या को देखते हुए मोटर से पानी की निकासी करनी पड़ी। लेकिन रिसाव के कारण काफी देर तक मशक्कत करनी पड़ी।

निर्माणाधीन कम्पनी ने रखी बड़ी खामी
आपको बता दें कि यह खामी आरयूबी का निर्माण करने वाली कम्पनी की ओर से रखी गई। जो अब परेशानी का सबब बनी हुई है। वर्ष-2017-18 में कम्पनी ने निर्माण के दौरान रेल यातायात कम समय के लिए बाधित हो, इस स्थिति को देखते हुए कुछ ही घण्टों में आरयूबी का निर्माण किया था, लेकिन इतनी जल्दबाजी में किये गए कार्य में जो तकनीकी खामियां रही है, वो अब बड़ी मुसीबत पैदा कर रही है।

पार्षद राजेन्द्र टाक ने भी लिखा कलेक्टर को पत्र
रतनपुरा रोड के इस आरयूबी में पानी भराव से पैदा हुई समस्या को लेकर नगरपरिषद के वार्ड संख्या 34 के पार्षद राजेन्द्र टाक ने भी जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर समस्या समाधान की मांग की है। टाक ने पत्र में बताया कि रेलवे ने अपनी सुविधा को प्राथमिकता देते हुए करीब दस हजार लोगों के सामने रेलवे अंडर ब्रिज बना कर परेशानी पैदा कर दी । ज्ञातव्य है कि जालोर रेलवे स्टेशन से मात्र 700 मीटर की दूरी पर जालोर - रतनपुरा गांव को जोड़ने वाली सड़क पर रेलवे द्वारा दो वर्ष पूर्व यह पुल बनाया हैं । इस मार्ग से रतनपुर के अलावा जालोर शहर की कई कॉलानियों के लोग हजारों की संख्या में प्रतिदिन आवागमन करते हैं । इस आरयूबी में वर्षा का पानी भर जाने के कारण राहगीरों को भारी परेशान का सामना करना पड़ रहा हैं । इस मार्ग से जालोर की कई स्कूलों के छात्र प्रतिदिन आते जाते रहे हैं । पुल में पानी की मात्रा भूमिगत जल रिसाव के कारण कभी कभी इतनी बढ़ जाती हैं कि कोई भी दुर्घटना घटित हो सकती हैं । खास कर महिलाओं व बच्चों का आवागमन जान को जोखिम में डाल कर संचालित किया जा रहा है । रात के समय पुल के अन्दर जल का रिसाव अचानक इतना बढ़ जाता हैं कि रास्ता पार करना नामुमकिन हो जाता हैं । पुल के दोनों तरफ बबूल की झाड़िया लगी हुई हैं , इस कारण पैदल चलना मुश्किल हैं । यदि इस तरफ समय रहते ध्यान नहीं दिया गया तो यह पुल अनेक मानवीय जानों को छीनने का कारण बन जायेगा। इस वक्त भारतीय रेल प्रशासन को अतिशिघ्र समाधान का प्रयास करना चाहिये , अन्यथा जन आन्दोलन के लिये लोगों को सड़क पर आना पड़ सकता है , जो कोरोना टाइम में हानिकारक होगा।