प्रतिदिन नए एरिये को ठिकाना बना रही है टिड्डियां

प्रतिदिन नए एरिये को ठिकाना बना रही है टिड्डियां

जोधपुर। आंधी व हवा के साथ पड़ौसी मुल्क पाकिस्तान से भारतीय सीमा में प्रवेश करने वाली टिड्डियां अब जोधपुर जिले में पहुंच चुकी है। यह टिड्डी दल प्रतिदिन नए एरिये को अपना ठिकाना बना रहे है जिस कारण टिड्डी नियंत्रण विभाग को उस पर काबू पाने में परेशानी आ रही है। इधर टिड्डी दलों की घुसपैठ से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई है। किसान फसलों के खराब होने से चिंतित हो गए है। वे अपने स्तर पर इन टिड्डी दलों को भगाने का प्रयास कर रहे है।
दरअसल जिले में कलाऊ से प्रवेश करने वाली टिड्डियां अब करीब सवा सौ से डेढ़ सौ किलोमीटर के एरिया में पहुंच गई है। कलाऊ से लेकर बावड़ी के बिराई गांव तक टिड्डियां पेड़ों पर जम गई है। टिड्डी नियंत्रण विभाग काबू करने का प्रयास कर रहा है लेकिन वह रोजाना नए एरिया में ठिकाना बना रही है। इसके साथ ही मथानिया क्षेत्र के जुड़ गांव में भी टिड्डियां आ गई। गांव व आसपास के क्षेत्र में लोगों ने ढोल थाली बजाकर इन टिड्डियों को उड़ाया। इधर ओसियां के मांडियाई व गोपासरिया की तरफ से टिड्डियों के बड़े-बड़े दल नेवरा रोड़ में घुसे। नेवरा रोड़ से टिड्डी दल रिनीया, किरमसरिया, खुडियाला होते हुए वापस मुडक़र थोब, हरिपुरा, सिरमण्डी, श्रीरामनगर, खाबड़ा होते शेरगढ़ की तरह निकल गई। तिंवरी क्षेत्र के गगाडी, चण्डालिया, घेवड़ा में स्प्रे किया। इसके बाद लोहावट के कुशलावा गांव क्षेत्र में टिड्डियां आ पहुंची। ग्रामीण यहां धुआं करके उड़ाने में लगे रहे ताकि पड़ाव नहीं करे।
बताया गया है कि पाकिस्तान से आ रही यह टिड्डी अब लगातार आएगी। पाकिस्तान में सिंधु नदी की घाटी और पंजाब प्रांत में टिड्डी का डेरा है जो दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं के साथ उडक़र भारत आ रही है। वर्तमान में आ रही टिड्डी अवयस्क गुलाबी पंख वाली है जो केवल खाने पर ध्यान देती है। टिड्डी की यही स्टेज एक दिन में 150 किलोमीटर तक उडऩे की ताकत रखती है। पाकिस्तान में हरियाली कम होने से टिड्डी ऊंचाई पर जाकर अपने सेंसर की मदद से भारत में पश्चिमी राजस्थान की ओर से देख रही है जहां इंदिरा नहर के कारण हरियाली है। इसी कारण यह अंधड़ पर सवार होकर आ रही है।