
जयपुर, 24 मई 2025। राजस्थान विश्वविद्यालय (University of Rajasthan) की दो प्रतिभाशाली छात्राओं — नम्रता करमचंदानी और आशी जैन — ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। दोनों का चयन फ्रांस के English Assistantship Program में हुआ है, जो फ्रांस सरकार और भारत स्थित फ्रांसीसी दूतावास द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित एक प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम है।
क्या है English Assistantship Program?
यह कार्यक्रम हर वर्ष फ्रेंच भाषा के विद्यार्थियों के लिए आयोजित किया जाता है,
जिसके अंतर्गत चयनित छात्र फ्रांस के हाई स्कूल, कॉलेज या विश्वविद्यालयों में अंग्रेज़ी भाषा सिखाते हैं।
इस प्रक्रिया में उन्हें न केवल भाषाई ज्ञान बढ़ाने का मौका मिलता है,
बल्कि संस्कृति और शिक्षा के आदान-प्रदान का अनुभव भी होता है।
राजस्थान यूनिवर्सिटी की लगातार बढ़ती अंतरराष्ट्रीय पहचान
राजस्थान विश्वविद्यालय के यूरोपीय भाषाएँ, साहित्य एवं संस्कृति अध्ययन विभाग से चयनित छात्राएं इस गौरव को हासिल करने वाली कड़ी हैं।
इस उपलब्धि का श्रेय विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. अल्पना काटेजा के दूरदर्शी नेतृत्व और विभागाध्यक्ष डॉ. निधि रायसिंघानी के निरंतर मार्गदर्शन को जाता है।
डॉ. रायसिंघानी ने छात्राओं को न केवल शैक्षणिक दिशा प्रदान की,
बल्कि उन्हें आत्मविश्वास और कौशल के साथ वैश्विक मंच के लिए तैयार भी किया।
क्यों है यह उपलब्धि खास?
राजस्थान विश्वविद्यालय से विदेश में प्लेसमेंट पाना कई छात्रों का सपना होता है।
अंतरराष्ट्रीय शिक्षण अनुभव से छात्राओं को भविष्य में और भी बड़े अवसर मिल सकते हैं।
यह कार्यक्रम छात्रों को ग्लोबल नेटवर्किंग और सांस्कृतिक समझ विकसित करने में मदद करता है।
इस तरह की उपलब्धियाँ न केवल चयनित छात्रों के लिए, बल्कि विश्वविद्यालय और समस्त विद्यार्थियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।