- संयम लोढ़ा ने भाजपा सरकार पर प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाया, कहा कि प्रदेश में अराजकता का माहौल है।
- गौहत्या पर प्रतिबंध न लगाने और गौमांस बेचने वाली कंपनियों से चंदा लेने के आरोप भाजपा पर लगाए।
- सिरोही पुलिस की आलोचना करते हुए संत पोमजी महाराज की पत्नी की हत्या का खुलासा न होने की बात कही।

शिवगंज। पूर्व मुख्यमंत्री के सलाहकार और पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने भाजपा सरकार पर प्रशासन और पुलिस की विफलता का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा चुकी है, जिससे अराजकता का माहौल बन गया है। उन्होंने भाजपा पर सनातन धर्म के नाम पर राजनीति करने और गौहत्या पर प्रतिबंध न लगाने का आरोप लगाया।
लोढ़ा ने सिरोही पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि छत्तीस कौम के पूजनीय संत पोमजी महाराज की पत्नी की एक साल पहले हुई निर्मम हत्या का आज तक खुलासा नहीं हुआ है। मंगलवार को नीलकंठ पहाड़ी पर सरगरा समाज के मेले में उन्होंने समाज के लोगों को संबोधित करते हुए यह बातें कही।
“नागरिक परेशान, अधिकारी समस्याओं का समाधान नहीं कर रहे”
लोढ़ा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हर वर्ग के लिए काम किया, लेकिन भाजपा के डेढ़ साल के शासन में प्रदेश की जनता त्रस्त हो गई है। उन्होंने बताया कि नरेगा मजदूरों को चार महीने से मजदूरी नहीं मिली है, और सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगाने के बावजूद नागरिकों की सुनवाई नहीं हो रही है।

उन्होंने भाजपा पर संविधान का अनादर करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब बाबा साहेब अंबेडकर ने संविधान बनाया, तब इन लोगों ने इसका विरोध किया। उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस ने पचास साल तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया।
“भाजपा की कथनी और करनी में अंतर”
लोढ़ा ने भाजपा को दलित विरोधी पार्टी बताते हुए अलवर के राम मंदिर का उदाहरण दिया, जहां भाजपा नेताओं ने प्रतिपक्ष नेता टीकाराम जूली के दर्शन के बाद मंदिर को गंगाजल से धुलवाया। उन्होंने कहा कि भाजपा गोवध रोकने की बात करती थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद भी इस पर प्रतिबंध लगाने में असफल रही।
सरगरा समाज ने किया सम्मान
कार्यक्रम के दौरान सरगरा समाज ने संयम लोढ़ा का भव्य स्वागत किया। मेले में भजन संध्या, हवन, और ध्वज चढ़ाने जैसे धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर पर सरगरा समाज के पंच पटेल और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।