- कांग्रेसी नेताओं के शब्दों की जितनी भर्त्सना की जाए, उतनी ही कम
- कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने स्तरहीन शब्दों का किया इस्तेमाल, मीडिया ऐसे नेता का करें बहिष्कार

जयपुर, 24 अप्रैल 2025 – राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर बयानबाज़ी का दौर गर्म हो गया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कांग्रेस नेताओं के विवादित बयानों की कड़ी निंदा की है। राठौड़ ने कहा कि “कांग्रेस नेताओं की भाषा स्तरहीन और लोकतंत्र के लिए अपमानजनक है। ऐसे शब्दों की जितनी भर्त्सना की जाए, उतनी कम है।”
उन्होंने कहा कि “एक राजनीतिक दल के प्रदेश अध्यक्ष द्वारा मीडिया के सामने इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करना शोभनीय नहीं है। मीडिया को भी ऐसे नेताओं का बहिष्कार करना चाहिए। डोटासरा कब क्या बोलते हैं, यह उन्हें खुद भी नहीं पता।”
डोटासरा के विवादित बयान पर हमला
भाजपा अध्यक्ष राठौड़ ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के उस बयान पर भी नाराजगी जताई जिसमें उन्होंने कथित तौर पर अपशब्दों का प्रयोग किया था। डोटासरा ने कहा था:
“इनकी गां… कुटाई करो। इन्हें मुर्गा बनाओ। इनकी गां… लाल कर दो। इसे दो दिन कोर्ट में मत पेश करो।”
यह बयान सीकर दौरे के दौरान सामने आया जब मुख्यमंत्री की गाड़ी के सामने एनएसयूआई जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश नागा ने काले झंडे दिखाए थे और उन्हें पुलिस द्वारा हिरासत में लिया गया।
‘कांग्रेस कर रही है संविधान बचाने का नाटक’ – राठौड़
मदन राठौड़ ने कांग्रेस पर संविधान के नाम पर ढोंग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि, “संविधान की हत्या करने वाली कांग्रेस आज इसे बचाने का दिखावा कर रही है। कांग्रेस ने शाहबानो केस में संविधान तक बदल दिया, सिर्फ तुष्टिकरण के लिए। जबकि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा संविधान का सम्मान किया है।”
राठौड़ ने आगे कहा कि “कांग्रेस ने बाबा साहब अंबेडकर को अपमानित किया, जबकि भाजपा ने उनके विचारों को राष्ट्र के केंद्र में रखा।”
आतंकवाद और वर्ग संघर्ष को लेकर भी कांग्रेस पर बरसे राठौड़
भाजपा नेता ने आतंकी हमले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की प्रतिक्रिया पर भी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि, “वाड्रा जैसे नेता समाज में वर्ग संघर्ष फैलाने की साजिश कर रहे हैं। ये लोग देश को अस्थिर करना चाहते हैं। ऐसे लोगों को राजनीति में रहने का कोई हक नहीं।”
राठौड़ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए कहा कि, “प्रधानमंत्री ने आतंकियों को मिट्टी में मिलाने की बात कही, जो कि देश की आम जनता की आवाज है। आतंकवादियों को और उन्हें पनाह देने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए।”