
जयपुर, 24 मई – राजस्थान में साइबर अपराधों और डिजिटल उत्पीड़न से लड़ने के लिए एक बड़ा कदम उठाया गया है। पुलिस महानिदेशक यू.आर. साहू और साइबर क्राइम महानिदेशक हेमंत प्रियदर्शी ने जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में राज्य के पहले साइबर सपोर्ट सेंटर (Cyber Support Center) का शुभारंभ किया।
यह सेंटर मुम्बई आधारित एनजीओ रेस्पान्सिबल नेटिजन्स द्वारा संचालित किया जाएगा, जबकि कोगटा फाउण्डेशन आर्थिक सहयोग प्रदान करेगा।
🎯 उद्देश्य: साइबर क्राइम से लड़ाई और पीड़ितों को राहत
इस साइबर सपोर्ट सेंटर का लक्ष्य है:
मुफ्त मनोवैज्ञानिक, तकनीकी और कानूनी सहायता
साइबर अपराधों के शिकार लोगों की काउंसलिंग और रिहैबिलिटेशन
शिक्षा और जन जागरूकता के माध्यम से साइबर सुरक्षा को मजबूत करना
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Cyber Safe Jaipur अभियान को समर्थन देना
📊 चौंकाने वाले आंकड़े जो बताते हैं क्यों जरूरी है यह Cyber Support Center
हर 3 में से 1 बच्चा होता है ऑनलाइन बुलिंग का शिकार
70% बच्चे और 30% महिलाएं हो चुकी हैं साइबर क्राइम का सामना
वित्तीय साइबर अपराध में 24.5% की बढ़ोतरी, ₹2054 करोड़ का नुकसान (2024)
हर दिन औसतन 10-15 कॉल साइबर उत्पीड़न से जुड़ी

🛠️ सेंटर में उपलब्ध प्रमुख सेवाएं:
- मनोवैज्ञानिक सहायता
साइबर बुलिंग, ट्रोलिंग, इंटरनेट एडिक्शन के मामलों में काउंसलिंग
पीड़ितों और उनके परिवारों को मानसिक सहायता
- तकनीकी और कानूनी सहायता
पहचान की चोरी, सोशल मीडिया हैकिंग, फिशिंग स्कैम पर मदद
अकाउंट रिकवरी, डिवाइस सुरक्षा, और साइबर पुलिस रेफरल
- जागरूकता एवं शिक्षा कार्यक्रम
स्कूलों, कॉलेजों, वरिष्ठ नागरिकों और पुलिस के लिए प्रशिक्षण
साइबर क्राइम इंवेस्टिगेशन पर विशेष सत्र
- जन जागरूकता अभियान
सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर साइबर सुरक्षा के लिए अभियान - साइबर वेलनेस सहायता
तत्काल हस्तक्षेप और दीर्घकालीन समाधान
कानूनी मार्गदर्शन और रिहैबिलिटेशन
संपर्क करें:
अगर आप या आपके जानने वाले साइबर क्राइम का शिकार हुए हैं, तो साइबर सपोर्ट सेंटर जयपुर से इन नंबरों पर संपर्क करें:
📱 87648-66039, 87648-66040
📌 जयपुर बनेगा साइबर वेलनेस का मॉडल शहर
जयपुर पुलिस कमिश्नर श्री बीजू जॉर्ज जोसेफ ने बताया कि यह केंद्र नागरिकों को डिजिटल युग में सुरक्षित रखने के लिए वन-स्टॉप क्राइसिस सेंटर के रूप में कार्य करेगा। इसका मकसद केवल अपराध का समाधान नहीं बल्कि पीड़ितों को मानसिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है।