- अजीम प्रेमजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल मांडवा गांव के पास स्थित है, जहां सभी वर्गों के बच्चों को निशुल्क इंग्लिश मीडियम शिक्षा दी जाती है।
- स्कूल तक जाने वाली कच्ची सड़क बारिश के दौरान कीचड़ से भर जाती है, जिससे छात्रों और ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
- ऊबड़-खाबड़ सड़क पर यात्रा करते समय बच्चों को बाइक और ऑटो से गिरने या हादसे का हमेशा डर बना रहता है।

सिरोही जिले के मांडवा गांव के पास स्थित अजीम प्रेमजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को पक्की सड़क की सुविधा तक मयस्सर नहीं है। सिरोही-मांडवा-जावाल मार्ग पर प्रसिद्ध वाराही माता मंदिर के पास से होकर स्कूल तक पहुंचने वाला मार्ग कच्चा और ऊबड़-खाबड़ है। बारिश के मौसम में यह रास्ता कीचड़ से भर जाता है, जिससे बच्चों और ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
छोटे बच्चों के लिए जोखिम भरा सफर
इस कच्चे मार्ग की स्थिति इतनी खराब है कि ऑटो या बाइक पर स्कूल आने-जाने वाले बच्चों को अक्सर हादसों का खतरा बना रहता है। ग्रामीणों का कहना है कि ऑटो में पीछे बैठने वाले बच्चे झटकों की वजह से गिरने की आशंका से हमेशा डरे रहते हैं। इस सड़क का उपयोग करने वाले ग्रामीण भी रोजाना कठिनाई का सामना करते हैं।
जनप्रतिनिधियों से मदद की मांग
ग्रामीणों और स्कूल प्रबंधन ने सिरोही विधायक व राज्यमंत्री ओटाराम देवासी और जालोर-सिरोही सांसद लुम्बाराम चौधरी से पक्की सड़क की मांग कई बार की है। लेकिन उनकी अपीलें अब तक अनसुनी रही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यह समस्या जनप्रतिनिधियों की थोड़ी सी दिलचस्पी से आसानी से हल हो सकती है।
इंग्लिश मीडियम स्कूल की खासियत
मांडवा निवासी एडवोकेट कुलदीप रावल ने बताया कि अजीम प्रेमजी सीनियर सेकेंडरी स्कूल एक इंग्लिश मीडियम स्कूल है, जहां सभी वर्गों के बच्चों को ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर निशुल्क शिक्षा दी जाती है। स्कूल तक पक्की सड़क बनने से यह सुविधा छात्रों और उनके अभिभावकों के लिए एक बड़ा वरदान साबित हो सकती है।