
जयपुर, 15 मई 2025। राजस्थान के कोटपूतली-बहरोड़ जिले के विराटनगर क्षेत्र में मानवता को शर्मसार और भावनाओं को झकझोर देने वाली घटना सामने आई है।
चांदी के कड़ों और गहनों को लेकर एक बेटे ने अपनी मां के अंतिम संस्कार (Controversy at mother’s funeral) को रोक दिया
और चिता पर जाकर लेट गया।
यह घटना लीला का बास ढाणी की है, जो 3 मई को हुई,
लेकिन गुरुवार को इसका वीडियो सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर यह तेजी से वायरल हो गया।
जानकारी के मुताबिक, लीला का बास निवासी भूरी देवी पत्नी स्व. छित्रमल रेगर का 3 मई को दोपहर में निधन हो गया था।
भूरी देवी के 7 बेटे हैं, जिनमें से ओमप्रकाश नामक बेटा गांव के बाहर अलग घर में रहता है।
पारिवारिक संपत्ति को लेकर ओमप्रकाश और बाकी भाइयों के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा था।
Controversy at mother’s funeral : मां की मौत के बाद गहनों को लेकर हंगामा
परिजनों के अनुसार, अंतिम संस्कार की तैयारियों के दौरान भूरी देवी के गहनों को उतारकर बड़े बेटे गिरधारी को सौंप दिया गया।
इसके बाद जब शव को श्मशान घाट ले जाया गया,
तो वहां ओमप्रकाश ने गहनों की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया।
श्मशान घाट पर ओमप्रकाश ने चांदी के कड़े और अन्य गहनों को लेकर विरोध किया
और अंतिम संस्कार की चिता पर लेट गया।
करीब दो घंटे तक चले इस हंगामे में ग्रामीणों और रिश्तेदारों ने उसे समझाने की कोशिश की,
लेकिन वह नहीं माना।
आखिरकार, घर से भूरी देवी के कड़े और अन्य गहने श्मशान में मंगवाए गए और ओमप्रकाश को सौंपे गए।
इसके बाद ही वह चिता से उठा और मां का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।
इस मानवता को शर्मसार करने वाली घटना का वीडियो सामने आने के बाद क्षेत्र में आक्रोश का माहौल है।
कोटपूतली-बहरोड़ क्षेत्रीय समाचारों में यह मुद्दा चर्चा का विषय बन गया है।
ग्रामीणों ने इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे मां-बेटे के रिश्ते को कलंकित करने वाला बताया है।