- अलवर के सदर थाने में दर्ज रेप केस में फरार चल रहे CRPF सब इंस्पेक्टर विजय सिंह मीणा को पुलिस ने रविवार को उसके घर से गिरफ़्तार किया।
- पीड़िता के अनुसार आरोपी ने चाय के बहाने घर बुलाकर रेप किया और फोटो-वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता रहा।
- वीडियो वायरल करने की धमकी देकर कई बार अलग-अलग जगहों पर युवती से दुष्कर्म किया गया।

अलवर में दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहे सीआरपीएफ के सब इंस्पेक्टर विजय सिंह मीणा को पुलिस ने आखिरकार गिरफ़्तार कर लिया है। ये वही मामला है जिसमें मार्च 2025 में एक युवती ने रेप की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोपी सब इंस्पेक्टर युवती को पहले तो घर बुलाता रहा, फिर उसके साथ जबरदस्ती की।
ये मामला अलवर के सदर थाना क्षेत्र का है। SHO रमेश चंद के मुताबिक, आरोपी विजय सिंह मीणा (उम्र 33) लक्ष्मणगढ़ के खोरा मालवली, विश्वकर्मा कॉलोनी का रहने वाला है। रविवार को उसे उसी के घर से पकड़ा गया। पुलिस को उसकी काफी समय से तलाश थी—क्योंकि वारदात के बाद से ही वो गायब चल रहा था।
फोटो-वीडियो बना करता रहा ब्लैकमेल
पुलिस की शुरुआती जांच में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। SHO रमेश चंद बताते हैं कि आरोपी मीणा का एक और मकान अलवर के भूगोर बाइपास इलाके में है, जहां वह अक्सर आता-जाता था। इसी मोहल्ले में वो युवती भी किराये पर रहती थी। एक दिन उसे चाय पीने के बहाने बुलाया और वहीं दुष्कर्म किया। यही नहीं, उस वक्त उसने वीडियो और कुछ आपत्तिजनक फोटो भी खींच लिए।
इसके बाद पीड़िता को ब्लैकमेल किया जाने लगा—बोला गया कि वीडियो वायरल कर देगा। इसी डर में युवती ने कई बार उसकी बात माननी पड़ी। आरोपी उसे अलग-अलग जगहों पर बुलाकर उसके साथ लगातार दुष्कर्म करता रहा।
गढ़चिरौली में थी पोस्टिंग, वहां से भी ग़ायब
विजय मीणा की पोस्टिंग महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित ज़िले गढ़चिरौली में थी। लेकिन पुलिस के मुताबिक, वो वहां से भी बिना बताए गायब था। करीब तीन साल की नौकरी है उसकी, और डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी।
इस पूरे मामले में कोर्ट ने पहले ही विजय मीणा को फरार घोषित कर दिया था और उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुका था। SHO का कहना है कि फिलहाल आरोपी से पूछताछ की जा रही है—और उससे यह जानने की कोशिश की जा रही है कि वह इतने दिनों से कहां छिपा हुआ था और क्या किसी और को इस मामले में उसकी मदद मिली।
अब जांच का अगला पड़ाव
पुलिस के लिए अब अगली चुनौती है- वीडियो, फोटो की फॉरेंसिक जांच और यह पता लगाना कि कहीं इन सामग्रियों को सोशल मीडिया या किसी दूसरे प्लेटफॉर्म पर साझा तो नहीं किया गया।
फिलहाल आरोपी पुलिस हिरासत में है और पूछताछ जारी है। पीड़िता की सुरक्षा को लेकर भी पुलिस सतर्क है। मामले की तफ्तीश तेज़ी से आगे बढ़ाई जा रही है।