- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करने का साहसिक निर्णय लिया, जिससे पाकिस्तान को कड़ा संदेश मिला।
- मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस फैसले की सराहना करते हुए इसे सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए फायदेमंद बताया।
- ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया गया, जिसे प्रधानमंत्री ने स्वयं मॉनिटर किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 25 मई को एनडीए मुख्यमंत्री परिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रधानमंत्री द्वारा सिंधु जल समझौते को सस्पेंड किए जाने के फैसले को एक साहसिक कदम बताया। मुख्यमंत्री ने कहा, “इस निर्णय से पाकिस्तान को कड़ा संदेश मिला है और सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को अधिक जल संसाधन उपलब्ध होंगे।”
उन्होंने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि उनके निर्णायक फैसलों ने न केवल सीमावर्ती क्षेत्रों को सशक्त किया है, बल्कि महिलाओं सहित देश के हर नागरिक में विश्वास और सुरक्षा की भावना को भी मजबूत किया है।
‘पाकिस्तान को मिलेगा मुंहतोड़ जवाब’
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भारत के ऑपरेशन सिंदूर की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह मिशन पाकिस्तान के दुस्साहस के खिलाफ भारत की दृढ़ता का प्रतीक है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री स्वयं इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे, जिससे देश को यह भरोसा हुआ कि हर कदम पर सशक्त नेतृत्व मौजूद है। पाकिस्तान अब किसी भी दुस्साहस से पहले 10 बार सोचेगा।”
‘सीमावर्ती क्षेत्र के लोग पूरी तरह तैयार’
मुख्यमंत्री ने सीमावर्ती क्षेत्रों के हालात पर चर्चा करते हुए बताया कि वहां के लोग राष्ट्र की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर हैं। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी की बीकानेर में विशाल जनसभा के बाद प्रदेशवासियों में नया जोश और उत्साह देखा गया। सीमावर्ती क्षेत्रों के नागरिक मजबूत नेतृत्व के प्रति अपनी सुरक्षा को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं।”
‘युवाओं को रोजगार देकर राज्य सरकार ने रचा इतिहास’
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए बताया कि डबल इंजन सरकार ने राजस्थान को सुशासन और विकास के नए आयामों पर पहुंचाया है। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार ने रोजगार मेलों और उत्सवों के माध्यम से अब तक 67,000 युवाओं को सरकारी नौकरी दी है और 1,87,000 पदों पर भर्ती प्रक्रियाधीन है।”
यह बैठक न केवल राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर केंद्रित रही, बल्कि राज्य सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों को साझा करने का भी अवसर बनी। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश और राज्य दोनों ही विकास की नई ऊंचाइयों को छुएंगे।