spot_img
दुनिया में जो बदलाव आप देखना चाहते हैं, वह खुद बनिए. - महात्मा गांधी
Homeराजस्थानRAS मुख्य परीक्षा 2024: राजस्थान में 21,539 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे, जयपुर-अजमेर के...

RAS मुख्य परीक्षा 2024: राजस्थान में 21,539 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे, जयपुर-अजमेर के 77 केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

  • राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) मुख्य परीक्षा 2024 का आयोजन 17 और 18 जून को जयपुर और अजमेर के 77 परीक्षा केंद्रों पर किया जा रहा है।
  • कुल 21,539 अभ्यर्थी इस दो दिवसीय परीक्षा में शामिल होंगे, जिन्हें प्रारंभिक परीक्षा में 3.75 लाख में से चयनित किया गया है।
RPSC

राजस्थान प्रशासनिक सेवा (RAS) मुख्य परीक्षा 2024 आज से शुरू हो रही है। राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा दो दिवसीय इस परीक्षा का आयोजन 17 और 18 जून को जयपुर और अजमेर के कुल 77 परीक्षा केंद्रों पर किया जा रहा है। पहले दिन ही परीक्षा दो पारियों में आयोजित होगी- सुबह 9 से 12 और दोपहर 2:30 से 5:30 बजे तक।

मुख्य परीक्षा में 21,539 अभ्यर्थी भाग लेंगे, जिन्हें प्रारंभिक परीक्षा में 3.75 लाख में से चयनित किया गया था। अजमेर में 29 और जयपुर में 48 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।

परीक्षार्थियों को एडमिट कार्ड के साथ मूल फोटो पहचान पत्र लाना अनिवार्य किया गया है। आयोग ने परीक्षा केंद्रों पर किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता को लेकर सख्त निर्देश दिए हैं।

भर्ती पद बढ़े, तैयारी तेज

आयोग ने इस बार प्रशासनिक सेवा में नियुक्तियों की संख्या बढ़ाते हुए पदों की संख्या 733 से बढ़ाकर 1,096 कर दी है। ऐसे में प्रतियोगिता और भी अधिक कड़ी हो गई है। परीक्षा चार पारियों में होगी और इसके बाद मूल्यांकन व परिणाम जारी करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

आयोग ने अभ्यर्थियों को आधिकारिक वेबसाइट पर नजर रखने और किसी भी फर्जी सूचना से सावधान रहने की सलाह दी है।

हाईकोर्ट में नहीं हो पाई सुनवाई

मुख्य परीक्षा पर रोक की मांग को लेकर दायर याचिका सोमवार को राजस्थान हाईकोर्ट में सूचीबद्ध थी, लेकिन अदालत ने सुनवाई की अनुमति नहीं दी। याचिका में तर्क दिया गया था कि RAS 2023 की भर्ती प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है और इंटरव्यू जारी हैं, ऐसे में नई परीक्षा कराना असंगत होगा।

इसके अलावा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के चलते सीमावर्ती जिलों के परीक्षार्थियों की पढ़ाई प्रभावित होने की बात भी याचिका में उठाई गई थी। याचिकाकर्ताओं ने इसे समानता के अधिकार का उल्लंघन बताया था।

RPSC ने पहले ही लगाई थी केविएट

इस संभावित चुनौती की आशंका को भांपते हुए RPSC ने पहले ही हाईकोर्ट में केविएट दायर कर रखी थी। आयोग की ओर से अधिवक्ता एमएफ बेग ने यह दलील दी थी कि यदि परीक्षा पर कोई भी निर्देश दिया जाए तो पहले आयोग का पक्ष अवश्य सुना जाए।

गौरतलब है कि इससे पहले RAS मुख्य परीक्षाएं 2016, 2018, 2021 और 2023 में भी विभिन्न कारणों से टली थीं। इस बार आयोग ने तय शेड्यूल पर परीक्षा कराने का निर्णय लिया है और उसी के अनुरूप सुरक्षा व प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

संबंधित ख़बरें

लेटेस्ट

ख़ास ख़बरें