- सभागार के नवीनीकरण पर कुल 25 लाख रुपये खर्च किए गए — जिसमें 10 लाख निजी आय और 15 लाख एफएफसी फंड से आए।
- एक एसी गायब है और दूसरा खराब, वायरिंग चूहों ने काट दी। दिशा बैठक में साउंड सिस्टम की खराबी के चलते सांसद को स्पष्ट सुनाई नहीं दिया।

सिरोही। जिला परिषद सभागार को आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित करने के उद्देश्य से महज दो वर्ष पहले इसका नवीनीकरण कराया गया था। इस पर 25 लाख रुपये खर्च किए गए थे, जिसमें प्रभावी साउंड सिस्टम और एसी लगाने का वादा किया गया था। लेकिन वर्तमान हालात कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं। न तो साउंड सिस्टम ठीक से काम करता है और न ही एसी। चूहों की धमाचौकड़ी पहले जैसी ही जारी है। दीवार से एक एसी गायब हो चुका है, जबकि दूसरे की वायरिंग चूहों ने कुतर दी है।
फीता काटते ही बहने लगा पसीना
नवीनीकरण के समय ही जनप्रतिनिधियों ने कार्य की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर दिए थे। तत्कालीन सांसद देवजी पटेल ने जब इसका लोकार्पण कर ‘दिशा’ समिति की बैठक ली थी, तो वे खुद पसीने से तरबतर हो गए थे। पूछे जाने पर बताया गया कि एक एसी खराब हो गया है और दूसरे की वायरिंग चूहों द्वारा कुतर दी गई है।

सांसद लुम्बाराम चौधरी ने ली चुटकी
बुधवार को एक बार फिर ‘दिशा’ समिति की बैठक इसी सभागार में आयोजित हुई, जिसकी अध्यक्षता सांसद लुम्बाराम चौधरी ने की। इस बार साउंड सिस्टम ने धोखा दे दिया। माइक से सिर्फ घरघराती आवाजें सुनाई दे रही थीं। कोई भी स्पष्ट तौर पर नहीं सुन पा रहा था। इस पर सांसद ने नाराजगी जाहिर करते हुए सिस्टम दुरुस्त करने के निर्देश दिए और चुटकी ली— “ध्यान रखिए, यह नवीनीकरण निजी आय से करवाया गया है।”
जिला प्रमुख अर्जुनराम पुरोहित ने नवीनीकरण के तुरंत बाद हुई बैठक में सदन को जानकारी दी थी कि डीआरडीए हॉल के नवीनीकरण और विस्तार पर कुल 25 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। इसमें 10 लाख रुपये निजी आय से तथा 15 लाख रुपये एफएफसी फंड से व्यय किए गए थे।