पुलिस को चुनौती देते हुए लगातार वारदातों को अंजाम दे रहा चोर गिरोह
गांव समेत आसपास के घरों,दुकान समेत मंदिर भी नहीं हैं महफूज
बढ़ती चोरी की वारदातों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल

फर्स्ट राजस्थान-सिरोही। सिरोही जिले के ग्रामीण इलाके ख़ासकर बरलूट थाना क्षेत्र में कानून व्यवस्था का हाल अंधेरी नगरी चौपट राजा की तरह हो रखा हैं।चोरों की चुनौती के सामने पुलिस पूरी तरह से पस्त नजर आ रही हैं।चोर चाहें जहां चोरी की वारदातों कर गश्त समेत कानून व्यवस्था को ठेंगा दिखा रहे हैं। गुड़ पुलिसिंग का दावा करने वाली सिरोही पुलिस डेढ़ महीने पहले मनोरा समेत आसपास के ग्रामीणों के आस्था के केंद्र मनकेश्वर महादेव में हुई लाखों रूपये की चोरी का खुलासा तक नहीं कर पाई हैं। इतना ही नहीं पुलिस की सुस्त गश्त का फायदा उठाते हुए चोर लगातार अपनी चुस्ती साबित कर रहे हैं और पिछले दिनों एक और मंदिर समेत आधा दर्जन घरों-मकानों को भी निशाना बनाने से नहीं चुके हैं।क्षेत्र में बढ़ती चोरी की वारदातों से ग्रामीणों में भय का माहौल हैं।

पिछले सालों के अनुभवों के अनुसार तो ठंड में अपेक्षाकृत चोरियां ज्यादा होती हैं क्यूंकि ठंड में लोग जल्दी सोते हैं और आहट होने पर भी ठंड के चलते एकबारगी नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन यहां तो इसके उलट गर्मी की दस्तक के साथ ही चोरी की वारदातों की फेहरिस्त लम्बी होती जा रही हैं और खुलासे के नाम पर पुलिस के हाथ खाली के खाली ही हैं।पुलिस द्वारा गश्त के दावे तो किए जाते हैं लेकिन ग्रामीणों की माने तो उन्होंने कभी बीट कांस्टेबल को गश्त करते तक नहीं देखा हैं ऐसे में पुलिस की कार्य प्रणाली पर गंभीर सवालिया निशान खड़े करता हैं।
पुलिस की लापरवाही का आलम यह हैं कि चोरी करने के बाद शातिर चोर आराम से गायब हो रहे हैं और पुलिस केवल लकीर पीटने का काम कर रही हैं।पुलिस ने जिन चोरियों के खुलासे किए भी हैं उनमें एफआईआर में दर्ज रकम के मुताबिक बरामदगी भी नहीं हो पाई है।
पुलिस के लिए चोरियो पर अंकुश लगाने और अनसुलझी चोरियां चुनौती बनी हुई हैं।चोर आए दिन मकान-दुकानों समेत भगवान के घरों को निशाना बना रहे हैं।
कलयुग में भगवान के घर पर भी हाथ साफ करने से नहीं कतरा रहे चोर-
बरलूट समेत आसपास के ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस की सुस्त गश्त के चलते भगवान के घर यानी मंदिर भी सुरक्षित नहीं रहे। चोर लगातार मंदिरो और धार्मिक स्थलों को निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं। यही कारण हैं कि हिंदू वर्ग के लोगों में खासा आक्रोश व्याप्त हैं।
मनोरा गांव के ग्रामीण भाजपा नेता दीपाराम पुरोहित, जिला परिषद के सदस्य दिलीपसिंह मांडानी, कांतिलाल पुरोहित, वागाराम,रमेश,गणेश, ताराराम समेत लोगों ने बताया कि ग्रामीणों के आस्था के केंद्र मनकेश्वर महादेव मंदिर में 8 मार्च को चोरी हुई थी जिसमें चोरों ने भगवान के चांदी के छत्र समेत छह किलो चांदी के आभूषण समेत नकदी व सामान को पारकर ले गए थे लेकिन आज तक खुलासा नहीं हुआ हैं।
इसी तरह पिछले दिनों गांव के ही एक और मंदिर समेत आधा दर्जन मकानों को निशाना बनाते हुए चोरो ने नकदी समेत कई सामान पर हाथ साफ किए हैं।
पुलिस गश्त के नाम पर केवल खानापूर्ति-
पुलिस की गश्त से लेकर घटना के बाद सुराग जुटाने को लेकर भी पुलिस का बेहद लापरवाह रवैया भी कई सवाल खड़े कर रहा है।पुलिस की नियमित गश्ती के दावों की पोल खोलते हुए ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांव के बीट प्रभारी को हम लोगों ने अब तक कभी गांव में नहीं देखा है।इससे अंदाजा लगाया जा सकता हैं कि पुलिस किस कदर गश्त के नाम पर महज खानापूर्ति कर रही हैं। पुलिस की इन्ही लापरवाहियों का फायदा उठाकर चोर घरों, दुकानों के साथ साथ भगवान के घरों तक को निशाना बना रहे है।थाने के एसएचओं समेत जांच अधिकारी इन वारदातों का मौका मुआयना समेत मामला दर्ज कर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर रहे हैं। इससे अनसुलझी चोरियों की फेहरिस्त लम्बी होती जा रही हैं और खाकी दफ्तरो में बैठकर दस्तावेजो तक ही सिमटकर रह गई हैं।
ग्रामीणों ने सांसद,मंत्री समेत एसपी को ज्ञापन सौपकर मंदिर में हुई चोरी के खुलासे की मांग-
मनोरा गांव के मनकेश्वर महादेव मंदिर में पिछले माह हुई चोरी का खुलासा नहीं होने से ग्रामीणों में खासा आक्रोश व्याप्त हैं।दो दिन पूर्व ग्रामीणों ने सर्किट हॉउस पहुंचकर राज्यमंत्री ओटाराम देवासी व जालोर-सिरोही सांसद लूंबाराम चौधरी व जिला प्रमुख अर्जुन पुरोहित से मुलाक़ात कर चोरियों के खुलासे और बढ़ती चोरी पर अंकुश लगवाने की मांग की। ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में चोरी की वारदाते बढ़ रही हैं जिससे दहशत का माहौल हैं। राज्यमंत्री व सांसद ने कार्रवाई करवाने का आश्वासन दिया।गौरतलब हैं मनकेश्वर मंदिर में चोरी के बाद ग्रामीणों ने थानाधिकारी को भी खुलासे की मांग को लेकर ज्ञापन सौपा था लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी खुलासा नहीं होने पर ग्रामीणों का धैर्य जवाब दे रहा।
चोरों का दुस्साहस:जिस मंदिर के मंत्री हैं पुजारी वो भी चोरों से नहीं सुरक्षित…
-खाकी और खादी समेत भगवान से भी नहीं ड़र रहा चोर गिरोह…
पाली जिले के मुण्डारा स्थित चामुंडा माता मंदिर जिसके पुजारी खुद प्रदेश के पंचायती राज, आपदा प्रबंधन मंत्री हैं वो भी महफूज नहीं हैं। पिछले दिनों चोरों ने मंदिर की दीवार फांदकर सीसीटीवी की केबल को कांटा और मंदिर में प्रवेश किया।मंदिर में रखे दानपात्र को सरियो से उखाड़कर ले गए।करीब दो घंटे तक चोर मंदिर परिसर में रहे लेकिन किसी को भनक तक नहीं लगी।मंदिर कमेटी के गजेंद्र सिंह करनोत ने बताया कि पिछली बार दानपात्र 21 फरवरी को खोला गया था जिसमें पांच लाख से ज्यादा राशि का चढ़ावा प्राप्त हुआ था।इस बार नवरात्री होने से अधिक चढ़ावे का अनुमान हैं।ऐसे में चोरो ने दानपात्र में रखे लाखों रुपयों पर हाथ साफ कर दिया। ग्रामीण, मंदिर समिति की सूचना पर पुलिस ने घटनास्थल पहुंचकर मौका मुआयना किया साथ ही सीसीटीवी केमरो की भी जांच में जुट गई।
सबसे बड़ी बात की जहां मंदिर में चोरी की वारदात हुई उस घटनास्थल से महज 30-40 फ़ीट की दूरी पर खुले में ही राज्यमंत्री ओटाराम देवासी सो रहे थे।घटना रात करीब 12 बजे की हैं।मंत्री की सुरक्षा में तैनात एमबीसी मेवाड़ भील कोर तैनात हैं लेकिन घटना के समय वो मौजूद नहीं थे।
पूरे मामले में बड़ी बात यह भी हैं कि चोर गिरोह पहले खाकी को ठेंगा दिखाकर चोरी की वारदाते करते थे लेकिन अब तो भगवान और खादी को भी चुनौती देने से बाज नहीं आ रहे हैं।ऐसे में चोर गिरोह के हौसले कितने बुलंद हैं इसका सहज़ अंदाजा लगाया जा सकता हैं।मंत्री ओटाराम देवासी जहां पुजारी हैं वहां चोरी होने से बाद क़ानून व्यवस्था की बात आने पर लोगों द्वारा मंत्री पर चुटकीयां ली जा रही हैं।मंदिर में चोरी की घटना के बाद राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को विपक्षी दल कांग्रेस समेत लोगों द्वारा खिंचाई की जा रही हैं।सोशल मीडिया समेत विभिन्न प्लेटफार्मस पर लोग चुटकी लेते नजर आ रहे हैं।