- सिरोही में गर्मी के 40 डिग्री तापमान में वन्यजीवों को राहत देने के लिए ‘पहल’ ग्रुप ने 18 पानी के टैंकर नागेरा नाड़ी में डाले।
- व्हाट्सएप ग्रुप ‘पहल’ के 80 सदस्य गर्मियों में प्रतिदिन वन्यजीवों और पक्षियों की मदद करते हैं।
- वाडाखेड़ा जोड़ क्षेत्र में पानी के अभाव को देखते हुए यह पहल शुरू की गई।

सिरोही। जिले में गर्मी ने विकराल रूप धारण कर लिया है। 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान में वन्यजीवों और पक्षियों को राहत देने के लिए व्हाट्सएप समूह ‘पहल’ ग्रुप के सदस्यों ने मंगलवार को वाडाखेड़ा जोड़ स्थित नागेरा नाड़ी में 18 पानी के टैंकर डाले। इसके साथ ही पक्षियों के लिए भोजन सामग्री और दाना चुग्गा डालकर उनकी मदद की।
ग्रुप की निरंतर सेवा जारी
‘पहल’ ग्रुप के 80 सदस्य, सहायक उप निरीक्षक सचिंद्र रतनू के नेतृत्व में, गर्मियों के दौरान वन्यजीवों की सहायता में जुटे हुए हैं। रतनू ने बताया कि गर्मी के चार महीनों तक प्रतिदिन एक पानी का टैंकर नाड़ी में डाला जाता है, ताकि प्यास से परेशान जानवरों और पक्षियों को राहत मिल सके।
वन्य क्षेत्र में राहत प्रयास
वाडाखेड़ा जोड़ का क्षेत्र वन्यजीवों से भरा है, लेकिन नागेरा नाड़ी में पानी का स्तर काफी कम हो गया है। ऐसे में ‘पहल’ ग्रुप ने तत्काल कदम उठाते हुए पानी पहुंचाया। यह प्रयास न केवल जानवरों को पीने का पानी उपलब्ध कराता है, बल्कि आसपास की भूमि को गीला रखकर उन्हें गर्मी से कुछ राहत भी देता है।
सामाजिक सरोकार के कार्य
‘पहल’ ग्रुप समय-समय पर वन्यजीवों, पक्षियों और जरूरतमंद लोगों की सहायता के लिए सक्रिय रहता है। “समाज में हम सभी एक दूसरे के पूरक हैं” की भावना से प्रेरित यह समूह सेवा कार्यों में अपनी कमाई का एक हिस्सा खर्च करता है।
सेवा में शामिल सदस्य
इस प्रयास में ग्रुप के कई सदस्य जैसे हेमंत पुरोहित, लोकेश खंडेलवाल, हरदयालसिंह देवड़ा, राजेंद्रसिंह जाखोड़ा, सज्जनसिंह राजपुरोहित, और अन्य लोग शामिल रहे। सभी ने अपने प्रयासों से वन्यजीवों की मदद के लिए यह पहल सफल बनाई। इस नेक कार्य ने न केवल वन्यजीवों को राहत पहुंचाई बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी की मिसाल भी पेश की है।