प्रवासियों की घर वापसी को लेकर राठौड का गांधीवादी आंदोलन

प्रवासियों की घर वापसी को लेकर राठौड का गांधीवादी आंदोलन

प्रवासियों की घर वापसी को लेकर राठौड का गांधीवादी आंदोलन
प्रवासियों की घर वापसी को लेकर राठौड का गांधीवादी आंदोलन

दिन में एक समय ही करेंगे भोजन
भीनमाल। प्रवासियों को सकुशल घर पहुंचाने की मांग को लेकर कांग्रेस नेता और प्रवासी राजस्थानी फ्रेंड्स फाउण्डेशन के अध्यक्ष श्रवणसिंह राठौड़ दासपां ने शनिवार से गाँधीवादी आंदोलन शुरू कर दिया है। राठौड ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ईमेल के जरिये पत्र लिखा है। उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को लिखे पत्र में मांग की हैं की विभिन्न राज्यों में फंसे हुए प्रवासियों को जब तक राज्य सरकार यहां मारवाड़ लेकर नहीं आएगी, तब तक वो सत्याग्रह करते हुए दिन में एक ही समय भोजन ग्रहण करेंगे, साथ ही अपने घर पर लॉक डाउन की शर्तों की पूरी पालना करते हुए मुख्यमंत्री गहलोत की मंशा के अनुरूप पशु पक्षियों के खाने-पीने की व्यवस्था कर सेवा कार्यों में जुटे रहेंगे। उन्होंने राज्य सरकार से सबसे पहले गुजरात और महाराष्ट्र में फंसे हुए प्रवासियों की सुरक्षित घर पहुंचाने की व्यवस्था कराने की मांग उठाई है। राठौड ने लिखा कि प्रदेश में कोरोना संकट में बेहतरीन आपदा प्रबंधन और पीडि़त मानवता की सेवा के लिए रात दिन एक करके सीएम ने देश के सामने जो नायाब उदाहरण पेश किया है। उसको लेकर राजस्थान के लोग आपको साधूवाद देते है। पूरा राजस्थान आप जैसे गांधीवादी मुख्यमंत्री पर गर्व महसूस कर रहा है।
महिलाए, छोटे बच्चे, भोजन, आवास से परेशान
राठौड ने पत्र लिखा कि दक्षिण भारत के विभिन्न राज्यों में व्यवसाय और निजी नौकरी करने वाले हमारे हजारों प्रवासी लॉक डाउन के प्रथम चरण में ही नासमझी की वजह से अपने कार्यस्थल से रवाना हो गए थे। जिन्हें बीच मे पढने वाले अलग- अलग राज्यों के अस्थाई कैम्पों में वहां के प्रशासन ने जबरन रोक रखा है। उसमें से अधिकांश को पिछले 15 से 20 दिन से कोरेण्टाइन कर रखे है। ये भी देखने में आया हैं कि कई जगह महिला और बच्चे भी इनके साथ में है। वो सब वहां भोजन और आवास को लेकर बहुत परेशान है। छोडने की मांग करने पर उन्हें प्रशासन द्वारा बोला जाता हैं कि अगर राजस्थान सरकार से लिखवाकर लेकर आ जाओ, तो जाने की अनुमति मिल सकती है। उन्होंने राजस्थान से लगते गुजरात और महाराष्ट्र के विभिन्न शहरों में अस्थाई कैम्पों में कोरेण्टाइन करके रखे हुए प्रवासियों को तत्काल प्रभाव से वहां की सरकार से बात करके अपने घर पहुंचाने की मांग की।
मारवाड आने के लिए सीएम से बडी उम्मीदें
राठौड ने सीएम गहलोत को पत्र में लिखा है कि लॉक डाउन के दौरान विभिन्न राज्यों में प्रवासी लोग फंसे गए थे। जिसकों लेकर आप पूरी तरह वाकिब है। कुछ दिन में उत्तरप्रदेश सरकार की ओर से रोडवेज बसों की व्यवस्था करके कोटा शहर में कोचिंग कर रहे स्टूडेंट्स को घर पहुंचाने का समाचार सोशियल मीडिया पर हाल ही में वायरल हुआ है। तब से विभिन्न राज्यों में फंसे हुए प्रवासी राजस्थानियों को एक आस और उम्मीद जगी है। उन्होंने प्रवासियों की उम्मीदों पर खरा उतर कर उन्हें मारवाड लाने की मांग की।
इन जिलों के ज्यादा प्रवासी फंसे
राठौड़ ने पत्र में लिखा की जालोर, सिरोही, पाली, बाडमेर, जैसलमेर, जोधपुर आदि राज्यों के लाखों प्रवासी गुजरात, महाराष्ट्रा, केरल, कर्नाटका, तमिलनाडु, तेलंगना, आंध्रप्रदेश, गोवा, दमन, द्वीप व दिल्ली आदि राज्यों में लॉक डाउन की वजह से बीच रास्तों में ही फंस गए है। उन्होंने पत्र में प्रवासी लोगों की समस्या से अवगत करवाकर उन्हें जल्द मारवाड लाने की मांग की।