
शिवगंज। ईडी द्वारा नेशनल हेराल्ड मामले में यदि कांग्रेस संसदीय दल अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी एवं नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अगर गिरफ्तारी ki जाती हैं तो कांग्रेस का हर कार्यकर्ता उनके पीछे जेल जाने को तैयार रहे।
कार्यकर्ता गांव गांव जाकर इसको लेकर तैयारी करे और इतने लोग गिरफ्तारी दे की भाजपा सरकार की जेल छोटी पड़ जाए। सिरोही जिले में सबसे पहले गिरफ्तारी मैं दूंगा, आपके साथ। यह विचार पूर्व मुख्यमंत्री सलाहकार संयम लोढ़ा ने शिवगंज के गांधी चौक में ब्लॉक कांग्रेस की और से ईडी द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध पूर्वक सोनिया गांधी एवं राहुल गांधी के खिलाफ की जारी कार्यवाही के विरोध में दिए जा रहे धरने के दौरान व्यक्त किए।
संयम लोढ़ा ने कहां कि उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा का कुछ दिन पूर्व जिले के दौरे पर आये थे उस समय उप मुख्यमंत्री को बीजेपी नेता ने अपने बजरी के डंपर पकड़ने की बात बताई जिसकी लाखो रूप पेनल्टी बन रहीं थी, उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों पर बहुत दबाव बनाकर डंपर छोड़ने की बात कही लेकिन नियम तो नियम होते हे। लोढ़ा ने कहा कि अगर ऐसा हैं तो फिर बजरी जनता के लिए खुली कर दे जिसे जरूरत होगी ले जायेगा।
लोढ़ा ने कहा कि भाजपा की पूरी पोल खुल गई हैं। भाजपा सरकार हर स्तर पर विफल हो रही हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी ‘गारंटी‘ दे रहे हैं। दूसरी तरफ, प्रदेश में हुए अरबों रुपयों के प्रामाणिक घोटालों पर चुप्पी साध कर रखी है। राजनैतिक दबाव और प्रभाव के कारण भ्रष्टाचारी मौज कर रहे हैं और उन्हें पैसा देने वाले जेल में हैं।
राजस्थान सरकार लगातार अशोक गहलोत सरकार की योजनाओं को बंद कर रही है। भजनलाल सरकार ने कांग्रेस सरकार में गठित 12 नगर पालिकाओं को निरस्त कर फिर से ग्राम पंचायत में बदल दिया है। जिले की जावाल नगरपालिका को पुनः पंचायत में बदलकर क्षेत्र को और पीछे लेकर चले गए। उन्होंने कहा कि देश में संभवत: पहला उदाहरण होगा जिसमें विकास के क्रम में भजनलाल सरकार उल्टी दिशा में चल रही है। जिले की हालात किसी से छिपी हुई नहीं हैं, कोई विभाग में किसी अंजान व्यक्ति को भेज दो, तो वो खाली हाथ ही वापस आएगा। जनता की कोई सुनने वाला ही नहीं हैं। लोग भाजपा के राज में दुखी हैं और भाजपा के लोग भी उनके राज में दुखी है, भाजपा के राज में अफसरशाही हावी हैं। इस दौरान ब्लॉक अध्यक्ष रताराम देवासी, अचला राम माली, हनवंत सिंह मेड़तिया, प्रकाश राज मीना, मोटाराम देवासी, पन्ना लाल हिराग़र, सुमित परमार, सुरेश सिंह राव, वजिंगराम घाँची, नरपत सिंह, नज़मा सिलावट, चम्पा लाल तिरगर, जूली जैन, पार्षद किस्तूरचंद घाँची, राजेंद्र सिंह, जयंती सोनी, तेजा राम मीना,
प्रवीण जैन, जगबीर सिंह गोयल, विशाखा प्रजापत, महेंद्र वाघेला गरबा राम मीणा नारायण रावल, अचलाराम माली, वेलाराम मेघवाल, दिनेश मीणा, पुरुषोत्तम मिनास, कुशल देवड़ा, रूपाराम मीणा, चंपालाल वागरी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।