तबादला आदेशों की पालना नहीं करने पर कारण बताओ नोटिस किया जारी
राज्य सरकार समेत विभाग सख़्ती से निबटने के मूड़ में
गणपतसिंह मांडोली व गौरव मित्तल की रिपोर्ट….
भारत-पाक तनाव को लेकर आपातकालीन स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के तहत सीमावर्ती जिलों में पशुधन की चिकित्सकीय देखभाल के लिए तबादला सूची जारी की थी।
सिरोही जिले के पशुपालन विभाग में पदस्थ वरिष्ठ सहायक नितीश कुमार सिंघवी का भी इस सूची में नाम था लेकिन सिरोही में कुंडली मारकर बैठे सिंघवी से कुर्सी का मोह नहीं छूट रहा हैं। यही कारण हैं कि सिंघवी ने ऐसी विषम परिस्थितियों में भी सीमावर्ती जिले बाड़मेर में कार्याग्रहण नहीं किया।
अब सरकार ने भी ऐसे अधिकारी-कार्मिकों के खिलाफ कार्रवाई का डंडा चलाने की तैयारी कर ली हैं। इसको लेकर राज्य सरकार और विभाग ने सिंघवी को कारण बताओ नोटिस जारी किया हैं जिसका तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा हैं।
जानकारी के अनुसार पिछले दिनों पहलगाम हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच पनपे तनाव को लेकर राज्य सरकार ने आपात स्थिति में सीमावर्ती जिलों में तबादलों और नियुक्तियों पर लगी रोक को भी तुरंत हटाने का फैसला लिया हैं।
आपात स्थिति को देखते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा और आपदा प्रबंधन के तहत पशुपालन विभाग ने भी सीमावर्ती जिलों में पशुधन की चिकित्सकीय देखभाल के लिए सिरोही जिले के पशुपालन विभाग में वरिष्ठ सहायक नितीश कुमार सिंघवी का संयुक्त निदेशक बाड़मेर कार्यालय में अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी के पद पर तबादला आदेश किया गया था। गंभीर परिस्थिति को देखते हुए पत्र व्यवहार एवं अविलम्ब अपनी उपस्थिति देने के आदेश दिए गए थे लेकिन नितीश कुमार ने राज्यादेशो की अवहेलना करते हुए स्वेच्छा से अनुपस्थित होकर अनुशासनहीनता की जिस पर विभाग ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा हैं। निर्धारित अवधि में स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही का प्रस्ताव शासन को भिजवाया जाएगा।पूरे मामले में अब राज्य सरकार और पशुपालन विभाग ने ऐसे अधिकारी कार्मिकों को नोटिस देने के साथ ही कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। ऐसे में आदेशों की अवहेलना करने वालों की रातों की नींद उड़ गई हैं।
8 मई को तबादला, 13 को नोटिस-
पशुपालन विभाग ने 8 मई 2025 को राष्ट्रीय सुरक्षा एवं आपदा प्रबंधन के तहत पशुधन चिकित्सय को लेकर सिरोही के पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक के वरिष्ठ सहायक नितीश कुमार का सीमावृती जिले बाड़मेर के पशुपालन विभाग में अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी के पद पर तबादला किया था। आपात स्थिति को देखते हुए पत्र व्यवहार एवं अविलम्ब उपस्थिति देने के भी आदेश दिए थे लेकिन आदेशों की पालना नहीं होने पर 13 मई 2025 को पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ. आनंद सेजरा ने कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा हैं। निर्धारित अवधि में स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की भी चेतावनी दी गई हैं।
नोटिस किया चस्पा
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. संजीव भोसले ने बताया कि तबादले आदेश की अवहेलना करने पर वरिष्ठ सहायक नितीश कुमार सिंघवी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।नोटिस तामिल करवाने के लिए आवास गए थे लेकिन नितीश घर पर नहीं मिला ऐसे में नितीश के आवास पर नोटिस को चस्पा कर दिया है साथ ही ईमेल के माध्यम से सूचना दे दी गई हैं। उन्होंने बताया कि नोटिस तामिल करवाने को लेकर पशुपालन निदेशक को भी अवगत करवाया।
सिरोही की कुर्सी पर मोह के पीछे क्या हैं वजह –
सिरोही पशुपालन विभाग में वरिष्ठ सहायक पद पर कार्यरत नितीश सिंघवी का सिरोही से मोह नहीं छूट रहा हैं। यही कारण हैं कि पिछले कई वर्षो से कुर्सी पर कुंडली मारकर बैठे हैं।यह पहली बार नहीं हैं जब नितीश का तबादला हुआ हो और उसने कार्याग्रहण नहीं किया हो। इससे पहले भी कई बार तबादला होने के बाद भी नितीश ने सिरोही की कुर्सी को नहीं छोड़ा। इतना ही नहीं एक बार तो तबादला आदेश के खिलाफ न्यायालय से स्थगन आदेश लाकर तबादले पर रोक लगवा दी थी।
तबादला आदेश की पालना नहीं करने पर लटकी कार्रवाई की तलवार-
भारत-पाक के तनाव के बीच आपात स्थितियों को देखते हुए सरकार ने तबादलों पर रोक हटाई।सरकार के इस कदम से गंभीरता का अंदाजा लगाया जा सकता हैं लेकिन वरिष्ठ सहायक ने इस गंभीरता तक को नहीं समझा। यही कारण हैं कि नितीश ने विषम परिस्थितियों में भी पशुधन के चिकित्सकीय सुविधा में लापरवाही बरतने से गुरेज नहीं किया और कार्याग्रहण नहीं किया। सरकार भी ऐसी लापरवाही को बक्शने के मूड़ में नहीं हैं।सरकार कि ओर से कारण बताओ नोटिस देने से अब वरिष्ठ सहायक की हवाईया उड़ गई हैं।