आपदा के दौरान चिकित्सा सेवाओं में लापरवाही पर पंचायतीराज राज्यमंत्री ओटाराम देवासी ने सख्त रुख अपनाया है। शुक्रवार को आत्मा सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में उन्होंने जिला अस्पताल के चिकित्सकों के लंबे समय से अनुपस्थित रहने पर नाराजगी जताई। मंत्री ने जिला कलक्टर अल्पा चौधरी को ऐसे मामलों में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए।
बैठक में यह तथ्य सामने आया कि जिला अस्पताल के छह चिकित्सक मेडिकल लीव पर हैं, बावजूद इसके वे काम पर नहीं लौटे। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी (सीएमएचओ) डॉ. दिनेश खराड़ी ने जानकारी दी कि इस मामले में आवश्यक दस्तावेज उच्चाधिकारियों को भेजे जा चुके हैं।
चिकित्सा विभाग के आदेशों की अवहेलना
भारत-पाक तनाव के मद्देनजर चिकित्सा विभाग ने कर्मचारियों के अवकाश रद्द करते हुए अलर्ट मोड पर रहने के आदेश दिए थे। बावजूद इसके, जिला अस्पताल के डॉक्टर धनराज चौधरी, प्रदीप चौहान और उषा चौहान सहित अन्य चिकित्सकों ने काम पर लौटने से इनकार कर दिया।
मेडिकल लीव पर विदेश दौरे की जांच
बैठक में चर्चा के दौरान अधिकारियों ने दबे शब्दों में कहा कि कुछ चिकित्सक मेडिकल लीव लेकर विदेश दौरे पर गए हैं। इस पर राज्यमंत्री ने मेडिकल बोर्ड गठित कर तत्काल जांच करने और रिपोर्ट मंगवाने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि अगर मेडिकल लीव का दुरुपयोग पाया गया, तो संबंधित अधिकारियों और चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चिकित्सा सेवाओं में सुधार के प्रयास
राज्यमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि आपदा की स्थिति में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को चेतावनी दी कि वे सुनिश्चित करें कि आपातकालीन सेवाएं सुचारू रूप से संचालित हों।